आखिर जिस मिट्टी में कृष्ण लीला का वास हो भला वह मोहित क्यों न करे ? आखिर जिस मिट्टी में कृष्ण लीला का वास हो भला वह मोहित क्यों न करे ?
बेटियों और युवतियों की तस्वीर भी अब ज़माने में किसी भय से निरापद नहीं। बेटियों और युवतियों की तस्वीर भी अब ज़माने में किसी भय से निरापद नहीं।
उन्होंने जहर मिला वह भोजन बड़े ही चाव से ग्रहण कर लिया। उन्होंने जहर मिला वह भोजन बड़े ही चाव से ग्रहण कर लिया।
कला कोई वाचाल या कर्मकांडी कला नहीं है कला कोई वाचाल या कर्मकांडी कला नहीं है
कहानी में यह दर्शाया है कि एक लड़की अपने विश्वास के बल पर अपने परिवार की डगमगाती नैया को किस प्रकार प... कहानी में यह दर्शाया है कि एक लड़की अपने विश्वास के बल पर अपने परिवार की डगमगाती ...
अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद रवि वर्मा महीनों तक इधर से उधर घूमते रहे अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद रवि वर्मा महीनों तक इधर से उधर घूमते रहे